महिमा आदर के योग्य है तू, अपने हाथों को उठाकर
आराधना करते हैं
तू है महान, तू कर्ता अद्भुत काम, तेरे जैसा कोई नहीं,
आ हाल्लेलूयाह, आ हाल्लेलूयाह
प्रभु राज सदा करता है, आ हाल्लेलूयाह
पवित्र, पवित्र, तू ही सर्वश्क्तिमान ईष्वर है
तू ही राजा है-(2) तू ही पवित्र