जग से इतना प्यार किया
जन्नत छोड़ तू आया –(2)
अपनी गौरव, शान और शौकत
सब कुछ छोड़कर आया –(2)
थी संसार पापों से भरी
मृत्यु के राह पे चल रही
पापों की गुलामी में
जकड़े हुए थे सभी
ये देख उनकी बेचैनी बढ़ी
रहा न गया, दे दी जिंदगी –(2)
हमसे इतना प्यार किया
खुद को कुर्बान कर दिया
पाक नाम येशूआ हा….हा..
मेरे लिए कलंकित हुआ –(2)
लहू बहाया, बदनामी सही
पाक था फिर भी येसु मसीह
रात भर सोने न दिया उसे
दर्द में बितायी उसने रातें
कल था जो उसे मरना
दर्द ये कितना गहरा
उठाया क्रूस चल पड़ा
बहते लहू के कारण गिर पड़ा
फिर उठाया क्रूस वो न रूका
हमें आजाद करने, कुर्बान हुआ
हमसे इतना प्यार किया
मौत से रिहा कर दिया –(2)
हमारी गौरव शान और शौकत
सब कुछ तू बन गया –(3)