यीशु है सच्चा गड़रिया, उसकी हम भेड़े हैं,
हरी चराइयों में, हमे चराता है (2)
1. घाटी पहाड़ों में ले चलता है, आ..हा..हा..
जहाँ पर सुखदाई जल के झरने है, ओ..हो हो.
2. मार्गो में मेरी रक्षा वह करता है, आ..हा..हा..
शैतान के हाथों से हमें बचाता है, ओ..हो हो.
3. हमें किसी का अब तो डर नहीं है, आ..हा..हा..
क्योंकि यीशु जो मेरा साथी है, ओ..हो हो.