शकितमान,(4) यीशु शकितमान,
मेरे विलाप को नृत्य में बदलता वो, यीशु शकितमान,
;हम मिलकर गायेंगें, ताली बजायेंगे,
आननिदत होकर हम, स्तुति करेंगेंद्ध (2)
1) दु:ख ओर मुसीबत के वक्त तसल्ली वो देता, यीशु शकितमान, संकट और क्लेश से मुझको है बचाता, यीशु शकितमान,
इस दुनियाँ में जो है, हमारा यीशु उस से बढ़कर है,
सच्चे दिल से उसको ढुँढने वालों के लिये, यीशु शकितमान
2) समुन्द्र के लहरों पर चला हमारा, यीशु शकितमान,
बड़ी आँधियों को शांत उसने है किया, यीशु शकितमान,
कलवरी के सूली पर, हमारा यीशु मारा गया मेरे लिए,
तीसरे दिन फिर से मुदोर्ं में से जी उठा, यीशु शकितमान