आ गया हूँ ऐ खुदावन्द सुन ले मेरी ये दुआ-2
धो लहू से भर दे रुह से पाक मुझ को और बना 2
1) दुश्मन शैतान है करता हैरान है,
लेकिन फज़ल तेरा मेरी साहिबान है 2
आसमाँ के तले और न कोर्इ मिले,
सारी दुनियाँ को तू ले बचा।
2) दु:ख बीमारी मैने मुसिबत भी सारी मैने,
लादी है तुझ पर हुआ आज़ाद 2
शैतान के तीर चले बारिस की मानिन्द,
चले कर न पाएगा जुदा।