तेरे ही अनुग्रह से मैें यहाँ तक पहुँचा हूँ
1 चलना आसान ना था कदम डगमगाने लगते थे
फिर भी मैं चलता रहा तेरे ही अनुग्रह से
2 शक के बादल छा थे दुख की घटाएँ भारी थीे
फिर भी मैं बढ़ता रहा तेरे ही अनुग्रह से
3 मंजिल अभी मैंने पार्इ नहीे चलना अभी भी बाकी हैे
मैं हर पल चलता रहा तेरे ही अनुग्रह से