1. हम्द तेरी, ऐ बाप! तू ने बख्.शा हम को,
मसीह को कि मंजी, सब दुनियाँ का हो।
हाल्ललेलूयाह! तेरी हम्द हो, हाल्लेलूयह! सदा,
हाल्लेलूयह! तेरी हम्द हो, फिर हमको जिला।
2. हम्द तेरी, मसीह, कि तू हुआ इन्सान,
सलीब पर जान देके, फिर गया आसमान।
3. हम्द तेरी, पाक रूह, अपनी रोशनी चमक,
कर ज़ाहिर मसीह को, हिदायत फरमा।
4. तारीफ़ हो और हम्द, ऐ रहीम ओ रहमान,
तू हमको खरीद करके, बख्शता आसमान।
5. फिर हमको जिला, अपना प्यार दिल में भर,
और हर एक की जान को मुनव्वर तू कर।
6. फिर हमको जिला, सबको मौत से जिला,
और सब खोये हुओं को घर में फेर ला।