तेरा प्यार ही मुझको मसीह,
पहुँचाता है ये कहाँ - कहाँ
खुशियों के साहिल में मुझे
ले जाता है ये कहाँ - कहाँ
1. ना जाने किस ओर जिंदगी, अपने कदम उठाती थी - 2
तेरे प्यार से जिंदगी मिली, उठते कदम अब कहाँ कहाँ
2. तुने इस जगत में जन्म लिया, मुझ पापी निर्बल के लिय
तुझे छोड़के मेरे मसीह, जाऊँ तो जाऊँ कहा