कोई खूबी न थी मुझ मैं चुन लिया मुझे
तेरे ही प्यार ने प्रभु कायल किया मुझे
कोई खूबी ..............................।।।।।
1. जब अपनों ने मुझ को छोड़ा ; तूने गले लगाया
मेरे दोस्तों में मुझ को कोई समझ न पाया
मेरे आंसू पोंछ कर अपना लिया मुझे
कोई खूबी.................................
2. जब डूबा था गुनाह में, तूने मुझे बचाया
खुद बनकर हमसफ़र, जीना मुझे सिखाया
मेरा रूप था लिखा हुआ हाथ में तेरे
कोई खूबी.................................