1. सात दीपों के बीच में, पूर्ण शोभायमान,
सुनहरे वस्त्र पहने हुए, देखता यीशु को
आदि और अन्त भी यीशु तू ही है!
स्तुति और महिमा के योग्य तू ही है! हाल्लेलूयाह...
2. तेरा रूप तेरा ख्याल, मुझमें होने दे
तेरे आत्मा की शक्ति भी, मुझसे बहने दे
3. मेरी मर्ज़ी न चाहूँ मैं, प्रेमी यीशु मेरे,
तेरे इच्छा की भरपूरी में, रोशन होऊँ प्रभु,
कितने बरस निराशा और भय में, जीयेंगे हम यों ही