धन्यवाद की वेदी बनाएं, धन्य प्रभु किया भलाई,
उसके बेशुमार दानों को, गिन गिन के गाऊँगा
धन्यवाद ऐ पिता धन्य तू ही है
1. जान देकर मुझे प्यार किया, मुझ को धोके पाप दूर किया,
चुन लिया मुझ को अपने लिये, मुझ को सेवा अब तुने दिया
2. अपने सुन्दर वचन को दिया, क्रूस पर तूने बहाया लहु,
तूने लहु में छिपाया मुझ, बैरियों से बचाया मुझे
3. अन्धकार का राज्य दूर किया, यीशु ने लिया अब अधिकार
मोल लिया है उसी ने तुझे, वारिस बन गया तू उसका
4. आँखें दी मुझे तूने प्रभु, होठ स्तुति के लिये दिये,
सेवा के लिये हाथ दिये, दौडने के लिए पैर दिये