परमेश्वर पिता परमेश्वर,
तु ही है दाता हमारे जीवन का,
जीवन से भी हे उत्तम, तेरी करुणा सदा हम पर
1. बंजर ज़मीन से तु उगाता है फसल,
सुखी नदी से तु बहाता प्रेम जल,
यह आसमान और यह ज़मीन
करती है तेरी महीमा
2. हम को बनाया तु ने अपने रुप में,
देकर जीवन भेजा तुने संसार में,
ये जि़ंदगी मेरी सदा
करता है तेरी महीमा