सन्तोष उमण्ड ही रहा हाल्लेलूयाह,
यीशु ने मुझे बचाया मेरे पाप धो दिए,
सन्तोष उमण्ड ही रहा...
1. रास्ता भटक घूम रहा था, उस रास्ते में खोया हुआ था,
फिर भी यीशु ने प्यार किया, उसने मुझ पर रहम किया,
कितना अच्छा यीशु मुझे अब तक बचाया...
2. मन न फिराए हुए लोग, नरक में रोते रहेंगे,
मैं तो सुंदर स्वर्ग में, नया गीत गाऊँगा,
कितना अच्छा यीशु मुझे अब तक बचाया...