1.तेरी सुन्दरता को देखता हूँ,
तेरी शुद्धता सराहता हूँ,
दूनियाँ की बातें दूर होती
प्रभु तेरी ज्योति में,
आराधना करुँ, आराधना करु,
मेरे जीने का कारण आराधना तेरी हो सदा
आराधना करुँ आराधना करुँ
मेरे जीने का कारण आराधना
2. तेरे निकटता में आनन्द मिला,
मेरी मजऱ्ी प्रेम से भरी
दूनियाँ की बातें दूर होती
प्रभु तेरी ज्योति में,